Wednesday 12 August 2015

//// अईं !! तुम्हारा एंडरसन भी तो भागा था .. तो हमारा लमो भी भागेगा - समझे !! ..////


आज सुषमा स्वराज को लोकसभा में स्पीकर महोदया द्वारा अपने संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए भारी शोरगुल के बीच अबाधित ४० मिनिट अभूतपूर्व मनमर्जी के साथ जवाब देने का मौका दिया गया .... और इस तरह सुषमा स्वराज का जबरन जवाब हो गया !!!!

जवाब की सबसे महत्वपूर्ण बात तो ये कि ललित मोदी भगोड़ा था ही नहीं .... और सुषमा स्वराज ने जो कुछ किया लिखित में नहीं किया - कुछ गलत नहीं किया - बेटी बांसुरी ने ललित मोदी की वकालत तो करी पर जूनियर वकील की हैसियत से बिना एक पैसा लिए - फ़ोकट .... आदि !!!!

और फिर बात करी एंडरसन की क्वात्रोची की शहरयार की आदिल की राजीव गांधी की - अर्जुन सिंह की किताब की - और गांधी परिवार पर अनेक आरोप - वो आरोप जो पहले भी कई बार लगते रहे हैं ....

मेरी प्रतिक्रिया ....

गांधी परिवार के विरुद्ध जितने भी आरोप लगाए गए उनका संबंध ललित गेट से नहीं है .... इसलिए सुषमा जी के द्वारा अपनी सफाई में ऐसी घटिया हरकत सिरे से ख़ारिज करने योग्य है .... क्योंकि मैं इसे राजनीतिक बेशर्मी की संज्ञा देता हूँ कि जब आप की चोरी पकड़ी जाय तो आप दूसरे की डकैती का स्यापा ले बैठें .... और खुद जवाब दें या ना दें पर यही चिल्लाते रहें कि पहले वो जवाब दें - पहले उस बात पर जवाब दें - पहले इस बात पर जवाब दें - पहले अपने गिरेबान में झांके - आदि - और जनता मजबूर हो अपनी किस्मत को कोसते इन सबकी बकवास सुनने पर मजबूर रहे .... जैसे की जनता को तो कुछ कहने और पूछने का अधिकार ही नहीं है !!!!

साथ ही अब मोदी सरकार को चैलेंज करता हूँ कि अब बहुत हुआ - सुषमा जी द्वारा लगाए गए सभी सत्य आरोप पर त्वरित कानूनन कार्यवाही कर सच को देश के सामने लाया जाए .... देश के नागरिक होने के नाते मैं भी जानना चाहता हूँ कि अतीत में इस देश से एंडरसन कैसे भागा था ??

पर जनाब !! उसके पहले मैं यह भी तो जानना चाहूँगा कि वर्तमान में प्रत्यक्ष रूप से एक भगोड़े ललित मोदी की मदद करने के आरोप में सुषमा जी का इस्तीफ़ा क्यों नहीं ?? - क्या ये निष्पक्ष जांच के लिए आवश्यक नहीं ?? क्या आज सुषमा जी ने जो कुछ बोला उस विषयक तथ्य और साक्ष्य को नष्ट करने या छुपाने या तोड़ने मरोड़ने में उनके पद के दुरपयोग की संभावना नहीं है ????

और जनाब ये निगोड़ी किरकिट का क्या कीजियेगा ???? जब सरकार में और विपक्ष में बैठे और बीसीसीआई में बैठे भी तो कई सारे लोग इसकी गंगा में डुबकी लगा तैर नहा धो पोंछ कर सर में तेल लगा आँखों में सुरमा डाल खुशबू वाला डिओडोरेंट लगा इधर उधर डोलते हुए हवा खराब कर रहे हैं - इनमें भी तो कई 'एंडरसन' 'क्वात्रोची' और 'ललित मोदी' हैं .... और एक 'जेटली' भी हैं ....

अब हमें सब पता चल चुका है जनाब .... ना आपने कुछ किया है ना आप कुछ कर पाएंगे .... और इसलिए आप चुप हैं - इसलिए अब आप मौनमोदी हैं !!!!

पर जनाब !! समरण रहे - इतिहास गवाह है कि जरूरी नहीं इतिहास अपने को दोहराए ही .... कई बार इतिहास दोहराने की चेष्टा करने वाले ही इतिहास हो जाते हैं !!!!

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