Thursday 6 August 2015

//// काश !! देश के ग्रह भी सुषमा स्वराज जैसे धाँसू होते ....////


आज सुषमा स्वराज ने माना कि ललित मोदी मानवीय सहायता प्रकरण में उनसे ही प्यार और स्नेह करने वाले उनसे इस्तीफ़ा मांग रहे हैं .... और इसके लिए उन्होंने अपने ग्रहों और किस्मत को दोष दिया ....

मेरी प्रतिक्रिया >>>>

सुषमा जी - पूरा विपक्ष आपसे इस्तीफ़ा मांगता रहा - और तो और आपसे प्यार और स्नेह करने वाले भी आपसे इस्तीफ़ा मांगते रहे - पर आप तो अपने पद पर ठाठ से आसीन हों सत्तासुख भोग रहीं हैं .... फिर कैसे मान लिया जाए कि आपके ग्रह ख़राब चल रहे हैं ????

अरे मैडम जी !! आपके ग्रह तो धाँसू चल रहे हैं .... और ग्रह तो ललित मोदी के भी गजब के चल रहे हैं जिसे आपका साथ मिला और वो ऐश करते दुनिया घूम रहा है ..... ग्रह तो वसुंधरा राजे के भी अच्छे चल रहे हैं जो आपके चक्कर में बच गईं .... और ग्रह तो व्यापम वाले शिवराज मामा के भी शानदार चल रहे हैं जो आप सब के चक्कर में चमत्कारिक रूप से बचे हुए हैं ....

मैडम जी !! .. ग्रह आपके नहीं - ग्रह तो उस "नसीब वाले मोदी" के ख़राब चल रहे हैं जिनके सामने विकट स्थिति उन्हें चिढ़ाते डराते खड़ी हुई है ....
यदि वो आपको निकालते हैं तो सरकार गिर जाने का डर है .... और तो और - यदि आपको निकाला तो वसुंधरा को भी निकालना पड़ेगा - और ऐसे में राजस्थान में बगावत हो जाएगी .... और यदि आपको और वसुंधरा को निकाला तो समझो शिवराज के तो काम ही लग जाएंगे - और मध्यप्रदेश में तो पलीते लग जाएंगे पलीते .... और फिर संस्कारी भाजपाइयों की आगे की लिस्ट भी कहाँ रुकने वाली है ....

और यदि मोदी आपको नहीं हटाते हैं - तो शायद उनको खुद को हटना पड़ेगा .. बेचारे !! .... तो बताओ मोदी जी के ग्रह ख़राब चल रहे हैं कि नहीं ????

और मैडम जी !! .. जरा थोड़ा हट के भी गौर फरमाएं .... ग्रह तो बुरे इस देश के चल रहे हैं - जो मोदी जी हमारी किस्मत में आ फँसे हैं ....

मैडम जी - कभी तो हम पर भी तरस खाया होता .... कभी तो इस देश के गरीब मानव पर भी "मानवीय आधार" पर थोड़ा तरस खाया होता .... कभी तो इस देश में तड़प रहे हज़ारों कैंसर पीड़ितों को भी मानव समझ लिया होता .... 

और तो और - कम से कम मोदी जी पर ही तरस खा लिया होता - और इस्तीफ़ा दे दिया होता .... देखा नहीं अच्छा भला हँसते बोलते कैसे चुप हो गए हैं ? - क्या हाल हो गया है उनका - कैसा बुरा वाला ग्रहण चिपक गया है !!!!

खैर जो हुआ सो हुआ .... अब हम तो यही प्रार्थना कर रहे हैं कि स्वयं इस्तीफ़ा देने की सद्बुद्धि आपको अब ना ही आए तो बेहतर .... शायद "Blessing in disguise" वाली बात सही हो जाए - और इस देश को मोदी जी से छुटकारा मिल जाए !!!!

5 comments:

  1. So candidly put thoughts Dua sahab! Hats off!

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  2. So candidly put thoughts Dua sahab! Hats off!

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  3. Bahut achchha kaha Duaji - Kaash desh ke greeb ke grah dhaansoo ho jaayen aur modiji isteefa de den.

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    1. अब तो ऐसा ही होता दिख रहा है - धन्यवाद सर !

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