आज प्रधानमंत्री मोदी जी एक बार फिर विदेश में - संयुक्त अरब अमीरात में बोले ....
भारत संभावनाओं का देश है ....
पूर्ण बहुमत वाली सरकार ३० साल बाद ....
कठिनाइयाँ मुझे विरासत में मिली हैं ....
फैसले नहीं लेने की वजह से उलझने और बढ़ी हैं - मैं सुलझाने आया हूँ ....
हाल में कई नीतिगत फैसले किए हैं
मुझे यहां आकार लग रहा है कि ३४ साल क्यों गँवा दिए ....
३४ साल की भरपाई करने आया हूँ ....
मेरी प्रतिक्रिया ....
निश्चित ही भारत संभावनाओं का देश है - और इसलिए मोदी जैसा व्यक्ति भी इस देश का प्रधानमंत्री बन जाना संभव है - जो हमेशा देश के अच्छे पहलुओं को विदेश में प्रचारित प्रसारित करने के बजाय हमेशा रोते-धोते स्वयं अपने ही देश की बेइज़्ज़ती करते रहने का शौक़ीन है .... हमेशा दूसरों को कोसते रहना और अपने को महिमामंडित करते रहने का कुप्रयास करते रहना ....
विदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार होने का दंभ भरना - और देश में संसद ना चलने देने का ठीकरा अल्पमत विपक्ष पर ?? .... वाह !! किस हद दर्जे की दोहरी बातें !!!!
सच मुझे बहुत पीड़ा होती है - और प्रधानमंत्री की ऐसी बातों से मन खट्टा ही होता है ....
और मैं सोचता हूँ कि क्या इस देश को और अच्छा प्रधानमंत्री मिलने की संभावना नहीं है ????
होनी तो चाहिएं !! आखिर हमारा देश संभावनाओं का देश जो ठहरा !!!!
अगली निश्चित संभावना का नाम है अरविंद केजरीवाल
ReplyDeleteअगली निश्चित संभावना का नाम है अरविंद केजरीवाल
ReplyDeleteबहुत खूब ! यही संभावना निश्चित है I
Deletetab tak tu tapak chuka hoga
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