Saturday 22 August 2015

//// ना बात ना चीत - फिर भी बातचीत ....////


कोई बात ना चीत .... केवल बातचीत - बातचीत पर बातचीत ....
बातचीत हो - या ना हो .... इस पर भी बातचीत ....
हम तो स्पष्ट - नो कन्फ्युज़न ....    ....
वो अड़ रहे - हम नहीं .... हम तैयार - बिना शर्त ....
पर हमारी शर्त .... उनकी कोई शर्त स्वीकार्य नहीं ....

लेकिन हर समस्या का समाधान केवल बातचीत से ....
इसलिए बात हो .... हमें हर शर्त स्वीकार्य ....
पर शर्तों के साथ बातचीत नहीं होगी ....
नहीं सॉरी - हो सकता है हो ही जाए ....

अच्छा बातचीत हो भी गई तो क्या होगा ??
इसके बारे में फिर बात करेंगे ....
फिर क्या बात करोगे ??
बातचीत जारी रखी जाए या नहीं ....

तो क्या बातचीत जारी भी रह सकती है ??
जी हाँ - बात उसके लिए ही तो हो रही है ....

मैं अब समझा !!!!
ना बात ना चीत फिर भी बातचीत ....
आप भी समझ ही गए होंगे .... है ना !!!!

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