Wednesday 5 August 2015

//// "खूबसूरत" - "कुत्ते" - "पिल्ला" .... सभी "आपत्तिजनक" ?? ....////


एक ताज़ा ताज़ा बयान >>>>
सोमनाथ भारती >> मुझे इस बात का यकीन है कि अगर सिक्योरिटी की जिम्मेदारी पूरी तरह से दिल्ली सरकार को मिल जाए तो खूबसूरत महिलाएं आधी रात को भी बिना किसी डर के बाहर निकल सकेंगी .... (जैसा कि तोड़ मरोड़ पूरे मीडिया में और अखबारों में चलाया गया है)
बचाव >> मेरे बयान को "तोड़ मरोड़कर" पेश किया जा रहा है - वस्तुस्थिति ये है कि मैंने "खूबसूरत महिलाएं" शब्द का प्रयोग नहीं किया था - बल्कि जो शब्द प्रयोग किये गए थे वो थे - "सुन्दर से सुन्दर स्त्री गहने पहने" .... और मैंने जो कुछ कहा वो एक मुहावरे के रूप में कहा !!!!
विरोधियों की प्रतिक्रिया >> "खूबसूरत" शब्द अति आपत्तिजनक .... ये सोमनाथ की गंदी मानसिकता दर्शाता है .... और महिलाओं के प्रति उनकी निम्न सोच ....

एक निकट पूर्व का बयान >>>>
नरेंद्र मोदी >> यदि कार के नीचे एक कुत्ते का पिल्ला भी आ जाए तो दुःख होता है ....
बचाव >> बयान को "तोड़ मरोड़कर" पेश किया गया था - वस्तुस्थिति ये थी कि जो कुछ कहा गया था वो एक मुहावरे के रूप में कहा गया था !!!!
विरोधियों की प्रतिक्रिया >> "कुत्ते" और "पिल्ला" शब्द अति आपत्तिजनक .... ये मोदी की गंदी मानसिकता दर्शाता है .... और अलसंख्यकों के प्रति उनकी निम्न सोच ....

मेरी प्रतिक्रिया ....

या तो >>
दोनों बयान "तोड़ मरोड़" कर पेश किये गए थे .... अतः समस्त "अक्ल के अंधों" को मुहावरा क्या होता है पता होना चाहिए ....
या >>
दोनों बयान आपत्तिजनक हैं - सोमनाथ के बयान में यदि एक शब्द "खूबसरत" या "सुन्दर" आपत्तिजनक है भी - तो मोदी के बयान में दो शब्द आपत्तिजनक हैं "कुत्ते" और "पिल्ला" ....
और निश्चित ही सोमनाथ और मोदी दोनों की मानसिकता ही गलत है ....

समाधान हेतु मेरा रोचक सुझाव >>
सोमनाथ और मोदी दोनों की सार्वजनिक जीवन से छुट्टी हो जाए तो ?? हा ! हा !! हा !!! .... पर ऐसा करना केवल एक इंसान के बूते की बात है .... और वो इंसान है **अरविन्द केजरीवाल** ....
अतः मेरा अरविन्द केजरीवाल से निवेदन है कि वे जनहित और देशहित में सोमनाथ और मोदी के विरुद्ध ठोस कार्यवाही कर हमें इन दोनों से मुक्ति दिलाएं !!!! धन्यवाद !!!!

मेरी माँग >> मीडिया द्वारा सोमनाथ की पत्नी से भी विशेष प्रतिक्रिया ली गई तथा उसे सार्वजनिक किया गया .... मेरी माँग है कि मीडिया द्वारा मोदी जी की पत्नी से भी प्रतिक्रिया ले उसे सार्वजनिक किया जाए .... और अभी जब तक "मोदिया" के "दो कौड़ी के बिकाऊ" लोगों के "एड़ी-घुटनों" में "रायता फैलाने" के अलावा कुछ न घुस रहा हो तब तक सब कुछ "तोड़ा मरोड़ा" जाए और "दूध का दूध पानी का पानी" किया जाए .... और हो सके तो सभी मुहावरों के अनर्थ को अच्छे से समझा जाए - अर्थ अपने आप समझ आने लगेंगे !!!! धन्यवाद !!!!

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