पूर्व सैनिक जिस OROP की मांग कर रहे हैं और जिस हेतु मोदी जी वायदा करके भी मुकर गए - उसके पिछवाड़े के कारण हैं - "८००० करोड़" रूपए - जिस कारण मोदी सरकार की मिद्द निकली जा रही है ....
वहीँ केजरीवाल के पराक्रम से - सभी भ्रष्टाचार में डूबे बड़े इज़्ज़तदारों को धता बताते हुए जो कैग द्वारा दिल्ली की बिजली कंपनियों का ऑडिट हो रहा था - उस ऑडिट की मिर्चीयुक्त प्रारंभिक रिपोर्ट लीक हो गई है .... और मिद्द फिर निकल पड़ी है .... क्योंकि रिपोर्ट के अनुसार बिजली कंपनियों ने "८००० करोड़" रुपये का गलत घाटा दर्शाया और जनता से बिजली के ऊँचे दाम वसूल लिए - लूट लिए - खसूट लिए ....
तो क्या आप "८००० करोड़" के मायने समझे ?? .... मैं समझाता हूँ ....
एक तरफ "८००० करोड़" के घपले मालामाल बना देते हैं - अंबानी बना देते हैं - टाटा बना देते हैं - और चोरों को चुनाव जितवा देते हैं .... और दूसरी तरफ यही "८००० करोड़" पिछवाड़े से मिद्द निकाल देते हैं ....
समझ नहीं आता कि "८००० करोड़" की महिमा का गुणगान करूँ या टुच्चों को गालियां दूँ ????
अभी तक चल रही है यह गुड गवर्नेंस कांग्रेस और बीजेपी की
ReplyDeletewah re bhakto, kya kanhu ?
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