Wednesday 26 August 2015

//// मोदी जी आप खुद ही "केजरीवाल" जैसा बनने का साहस कर लो ना.... ////


यह देश आरक्षण के मुद्दे पर वर्षों से जलता रहा है .... आरक्षण का औचित्य भी था और उसका सही लाभ भी वंचितों को मिला है .... पर इसके कारण आपसी सामाजिक विद्वेष भी बढ़ता रहा है और हमेशा से विभिन्न जातियों में झगडे रगड़े दंगे भी होते रहे हैं जिसमें जान माल की भयंकर क्षति भी होती रही है ....

और आज - गुजरात को फिर इस आरक्षण की आग में झोंकने के प्रयास हो रहे हैं .... वही गुजरात जिसने मोदी को बहुत कुछ दिया ....

वही मोदी जिसने हमेशा कुछ अलग विशेष करने का विश्वास दिलाया था .... जाति धर्म से ऊपर उठकर सबका साथ सबका विकास का वादा भी किया था .... और लोगों ने मोदी जी पर विश्वास भी किया था ....

और आज वही मोदी सत्ता के शीर्ष पर हैं ....

तो देखना होगा कि क्या मोदी इस विषयक कुछ विशेष एवं टिकाऊ कर पाते हैं .... मसलन क्या वो जाति के आधार पर आरक्षण को पूरे देश में ही ख़त्म करने और केवल आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू करने की व्यवस्था लागू कर पाते हैं - या फिर आरक्षण पूर्ण रूप से खत्म कर वंचितों को भरपूर आर्थिक सहायता एवं अन्य सुविधाएं मुहैय्या करवाने की नीति लागू करवा पाते हैं - या फिर कम से कम चिकित्सकों न्यायाधीशों जैसी विशिष्ठ सेवाओं के लिए आरक्षण शून्य करवा पाते हैं - या फिर पदोन्नति हेतु आरक्षण ख़त्म करवा पाते हैं .... आदि !!

या फिर मोदी घिसे पिटे घटिया राजनीतिक कौशल का ही परिचय देते हैं .... मसलन आंदोलन को एन-केन-प्रकारेण फौरी तौर पर निष्क्रिय कर देना .... फिर आंदोलन को लंबा चलने देना - आंदोलनकारियों को थकने टूटने देना (जैसा कि पूर्व सैनिकों के OROP आंदोलन में किया जा रहा है) - फिर फूट डलवा देना - फिर आंदोलन के नेताओं को खरीद लेना या डरा धमका चुप करा देना - आदि .... जैसा कि सुनियोजित तरीके से अन्ना आंदोलन का हश्र किया गया था ....

वैसे मैं सोचता हूँ कि पराक्रम तो कुछ विशेष और अच्छा करने में ही है - अन्यथा आंदोलन के दबने के कारण तो "केजरीवाल" भी पैदा हो जाते हैं - और फिर "केजरीवाल" ही कुछ पराक्रम या अच्छा करके दिखाते हैं ....

इसलिए मोदी जी आप खुद ही "केजरीवाल" जैसा बनने का साहस कर लो ना !! मौका अच्छा है ....

4 comments:

  1. Is it possible to eliminate the cast based reservation and replace with economic grounds .Easier said than done.
    The problem with the intellectual like you is that you jast want to pose questions and enjoy .
    By the Kejriwal is campaigning for Lalu ..the epitome of honesty .
    Please throw some light on it ...

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  2. Dear Anonymous, kejriwal is not compaignig for lalu, he conpaigning against modi, kejriwals success in controlling curruption at delhi is possible only when center stops interfering in delhi governments affairs. modi has so far thrwateleed all the efforts of kejriwal to curb corruption in Delhi. A weak modi will make kejriwals work slightly easier.

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  3. Dear Anonymous, kejriwal is not compaignig for lalu, he conpaigning against modi, kejriwals success in controlling curruption at delhi is possible only when center stops interfering in delhi governments affairs. modi has so far thrwateleed all the efforts of kejriwal to curb corruption in Delhi. A weak modi will make kejriwals work slightly easier.

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    1. पहले केजरीवाल जी का कांग्रेस, लालू और नितीश कुमार के महाठगबंधन के लिए प्रचार करना और फिर कहना कि, मेरा सहयोग सिर्फ नितीश कुमार को है,
      हमें उस लौंडे की याद दिलाता है जो उपवास वाले दिन बियर तो पीता है, लेकिन चखने में सिर्फ फलाहारी मिक्सचर खाता

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