मित्रो आज 2 समानांतर काल्पनिक वार्तालाप प्रस्तुत
कर रहा हूँ ....
काल्पनिक पर शायद वस्तुपरक ....
मच्छरी
...........................
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मंत्राणी ...........................
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एक
मच्छरी थी ..
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एक मंत्राणी थी ..
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मच्छरी
मतलब ?
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मंत्राणी मतलब ?
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मच्छर
की बीवी - मच्छरी !!
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मंत्री की बीवी - मंत्राणी !!
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चलो
! फिर क्या हुआ ?
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चलो ! फिर क्या हुआ ?
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मच्छरी
ने गरीब को काटा
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मंत्राणी ने रईस को पटाया
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गरीब
को मलेरिया दे दिया
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रईस से लाखों ले लिया
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गरीब
को बुखार आ गया
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रईस व्यापम पास हो गया
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गरीब
मरणासन्न हो गया
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रईस प्रसन्न हो गया
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फेल्सीफ़ेरम
मलेरिया हो गया
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इंसानों का डॉक्टर बन गया
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जानलेवा मलेरिया
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जानलेवा डॉक्टर
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फिर
क्या हुआ ?
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फिर क्या हुआ ?
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जाँच
हुई
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जांच बैठ गई
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फिर
?
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फिर ?
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केस
रेफर कर दिया
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केस रेफर कर दिया
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किसे
?
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किसे ?
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बड़े
डॉक्टर को
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सीबीआई को
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कौन
सा डॉक्टर ?
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कौन सी सीबीआई ?
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व्यापम
वाला ?
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तोते वाली ?
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हाँ
- वही व्यापम वाला
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हाँ - वही तोते वाली
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फिर
तो गरीब मर जाएगा ..
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फिर तो रईस बच जाएगा ..
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और
मच्छरी का क्या हुआ ?
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और मंत्राणी का क्या हुआ ?
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मच्छर
जाने ….
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मंत्री जाने ….
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इस देश में ना मच्छरों की कमी है न मंत्रियों की
- और दोनों ही चूसने में माहिर हैं ....
पर इनका इलाज भी है ....
Wah Wah Sir ji Wah
ReplyDeleteLol....... ये तो Whatsapp message बनता है
ReplyDeleteNice comparison
ReplyDeleteवाह ! समस्या ही नहीं समाधान भी है- कछुआ छाप अगरबत्ती - और दो चार दुलत्ती !!!!
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