Thursday 27 August 2015

//// इंदौर स्मार्ट सिटी !! बावरे कैसा महसूस कर रहे हैं ये तो वो ही जानें.. ////


आज मोदी सरकार द्वारा ९८ स्मार्ट सिटी की सूची जारी कर दी गई है ....

मेरा इंदौर भी स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल है ....
वही इंदौर जिसमें 'खान' नदी प्रवाहित होती है - जिसे अब 'कान्ह' नदी कहा जानें लगा है .... पर अनेक घोषणाओं और योजनाओं पर खर्च होने के बावजूद नदी जैसी थी वैसी ही है - यथावत - जिसे नदी कहना भी नाले को स्मार्ट कहने जैसा होगा !!!! 

बात तो ख़ुशी की होनी चाहिए थी .... पर मैं खुश होने का कोई कारण नहीं देखता हूँ ....
क्योंकि अव्वल तो मुझे मोदी सरकार के किसी भी वायदे या जुमले पर कोई भरोसा नहीं है ....
और दूसरा कारण यह है कि मेरे अभिमत और दिली इच्छानुसार तो पहले इंदौर के आस पास के अनेक गावों को स्मार्ट बनाना चाहिए .... ठीक वैसे ही जैसे कि मेरी सोच में बुलेट ट्रेन की बात करना केवल फेंकने या पागलपन की बात हो सकती है जब तक कि पैसेंजर ट्रेन की रफ़्तार और दशा एक उचित स्वीकार्य स्तर तक ना सुधार दी जाए .... ठीक वैसे ही जैसे कि मेरी सोच में सरदार पटेल की अनापशनाप ऊँची मूर्ती की बजाय उस माननीय नेता के नाम पर गरीबों पिछड़ों के लिए अत्याधुनिक अस्पताल का निर्माण कर दिया जाए ....

इसलिए मैं आज खुश नहीं हूँ .... पर बेवकूफ बावरे कैसा महसूस कर रहे हैं ये तो वो ही जानें ....

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