वीएचपी संरक्षक अशोक सिंघल ने कहा है कि याकूब मेमन से हमदर्दी जताने वालों को वीएचपी पहले प्यार से समझाएगी - अगर वह समझ जाते हैं तो ठीक - वर्ना उनके साथ ज़बरदस्ती कर देश प्रेम का पाठ पढ़ाया जाएगा - प्यार की भाषा नहीं समझने वाले मार खाने के बाद सही रास्ते पर आ जाएंगे और देशप्रेम सीख जाएंगे....
श्वेत वस्त्रधारी संत स्वरुप वयोवृद्ध माननीय सिंघल जी ने जो फरमाया उसके विषय से पूर्ण सहमत न होते हुए भी उनकी बताई पद्धति से मैं पूर्ण रूप से सहमत हूँ .... और मैं समझता हूँ कि हमारे पूर्वजों के द्वारा जो प्रचलित अकाट्य बातें कहीं जाती रही हैं वही बातों को सिंघल साहब ने अपने शब्दों में रखा है .... और वैसी ही कुछ बातों का तो मैं शुरू से कायल रहा हूँ .... मसलन ....
"लातों के भूत बातों से नहीं मानते" ....
और मैं मानता हूँ कि अब वक्त आ गया है कि भाजपा और मोदी सरकार भी सिंघल जी की बात पर थोड़ा गंभीरता से गौर करे .... और बात केवल बात से बन जाए इसका प्रयास करे .... अन्यथा - सिंघल साहब वाली बात .... समझे !!!!
ये शरीफ लोगों के लिए बहुत बहादुर हैं। बाकी सब साबिर अली की तरह देशभक्त हैं।
ReplyDeleteगैर भाजपाई लोगों के लिए ये लात घूंसे सब चला देंगे, बाकी तो साबिर अली जैसों को ढूँढ ढूँढ कर देशभक्ति का चंदन पोत गोद में बैठायेंगे।
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