Thursday 1 January 2015

//// इंसानियत के हिमायतियों को सच्चे दिल से नववर्ष की शुभकामनाएं .... ////

जब राजनीति और धर्म का घालमेल हो जाए तो इंसानियत शर्मिंदा होती ही है ....
और मैं ये पुनः होता देख रहा हूँ ....
मैं निराशावादी नहीं - पर बिना वजह आशा का कंबल भी नहीं ओढ़ सकता हूँ ....
मैं बद्तमीज़ भी नहीं - पर सभी अच्छे बुरों को शुभकामनाएं भी तो नहीं दे सकता ....
इसलिय आज अपने दिल पर पत्थर रख मैं उन सभी इंसानियत के दुश्मनों के लिए कहने पर मजबूर हूँ कि - आपको शुभ-काम-ना-आएं !!!!
और हाँ इस नववर्ष की सुहानी सुबह आप सभी इंसानियत के हिमायतियों को दिल से कहना चाहता हूँ कि - आपको शुभकामनाएं !!!! हार्दिक शुभकामनाएं !!!! बहुत बहुत शुभकामनाएं !!!!

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