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बड़े नादान हो पर मासूम से लग रहे हो !
ये आग बुझती क्यों नहीं ये पूछ रहे हो ?
ज़रा गौर से देखो ये लट्ठों का पीठा है !!
क्यों उसे जानते नहीं जो हवा दे रहा है ??
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"ब्रह्म प्रकाश दुआ" ०९-०१-१५
बड़े नादान हो पर मासूम से लग रहे हो !
ये आग बुझती क्यों नहीं ये पूछ रहे हो ?
ज़रा गौर से देखो ये लट्ठों का पीठा है !!
क्यों उसे जानते नहीं जो हवा दे रहा है ??
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"ब्रह्म प्रकाश दुआ" ०९-०१-१५
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