Wednesday 28 January 2015

//// हाय बराक !! ये तुम क्या कह गए ? क्यों कह गए ?? कब कह गए ???....////

ओबामा कहिन > " भारत धर्म के नाम पर नहीं बंटा तो  बहुत  विकास करेगा " ....
ब्रह्म कहिन      > " भारत धर्म के नाम पर नहीं बंटा तो    ही    विकास करेगा " ....
और दोस्त कहिन >>
ये क्या तरीका है दोस्ती निभाने का .... जाते जाते ...????
OK  BARAK  !  GOOD  BYE  !!  SEE  YOU  OBAMA  !!!
{ हिंदी तर्जुमा - ओके बराक ! नमस्ते !! देख लूँगा तुझे ओबामा !!! }
....
साथ ही ब्रह्म सोचिन .... न जाने दोस्त क्या सोचिन ? एयरपोर्ट लेने तो गए थे छोड़ने नहीं गए ??.... क्यों ????
\\ब्रह्म प्रकाश दुआ\\

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