Saturday 22 July 2017

// चाय कौन पिलाएगा - डिनर कौन दे रहा है .. " पेमेंट क्या तुम्हार बाप करेगा ?? " .. //


आज कॉलेज के दिन याद आ गए .. परिसर के कोने में महाराज का चाय का ठेला .. दिन भर ग्रुप में आते जाते वहां हंसी ठट्टे के बीच कट चाय का आनंद .. और फिर पेमेंट कौन करेगा इस पर दुनिया भर की कवायद और राजनीति और ठिठौली और प्यारी दोस्ती भरी मस्ती .. .. और उस दिन किसी कारण ग्रुप ने ये निर्णय लिया हुआ था कि आज कोई हिंदी में बात नहीं करेगा .. और सब अंग्रेजों की आत्मा की हत्या कर ही चुके थे कि चाय के ठेले पर जाते हुए सबको सदाबहार प्रश्न सूझा कि ..

" आज चाय कौन पिलाएगा ?? " ..

बस फिर क्या था लग पड़े सभी के हिंदी देसी दिमाग .. टुडे हू टी ड्रिंक - हू गिविंग टी टुडे - हू टी ड्रिंक ऑफर टुडे - टुडे हू गेट ड्रिंकिंग - आदि आदि .. .. और अंत में जो कुछ ठीक ठाक लगा वो सामूहिक प्रयत्न से तय हुआ कि .. "टुडे हु विल एंटरटेन फॉर टी" ही सबसे ठीक .. .. पर इस पर हमारा सबसे मज़ाकिया दोस्त बोला - क्या घंटा ठीक - इसमें पेमेंट कौन करेगा तो क्लियर होता ही नहीं - तो फिर एंटरटेन तो राधू करेगा - पर पेमेंट क्या तुम्हार बाप करेगा ?? .. ..

और उस दिन सब चाय पीकर महाराज को टाटा बाय करते - टुमारो - कम - पेमेंट - क्रेडिट - डोंट वरी - राधू विल बिल पे - आदि अंग्रेजी पेल निकल लिए थे .. ..

आज वो बात और वो वाक्य इसलिए याद हो आया कि .. खबर सुनी कि आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की विदाई के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक डिनर का आयोजन किया गया है .. और मेरा देसी हिंदी दिमाग सोच रहा है .. ये " पेमेंट क्या तुम्हार बाप करेगा ?? " .. ..

यदि किसी के अंग्रेजी दिमाग को कुछ ज्यादा नॉलेज हो तो - प्लीज डू शेयर .. थैंक यू !!

मेरे दिमाग की बातें - दिल से .. ब्रह्म प्रकाश दुआ

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