Tuesday 25 July 2017

// टेम्स नदी को ही ' टेम्स माँ ' मान लो ना .. या ' टेम्स बप्पा ' !! .. ..//


'गंगा' केवल नदी ही नहीं - एक आस्था है - एक सभ्यता का प्रतीक है - एक जीवनदायनी है - एक प्रेरणा स्त्रोत है - एक शान है - और गंगा तो हमारी माँ है जी !! .. ..

और गंगा मैली हो गई - दूषित हो गई .. इसलिए क्या-क्या मैला हुआ और क्या-क्या दूषित हुआ - स्पष्ट है .. ..

और फिर एक दिन गंगा को साफ़ करने की बात कही गई - फिर बात चली - फिर चल पड़ी - फिर बात समझ पड़ी .. और जैसे ही गंगा को साफ़ करने की बात समझ पड़ी इस पर बजट स्वीकृत किया .. और जैसे ही बजट स्वीकृत हुआ करोड़ों अरबों का व्यय हुआ - या कर दिया गया - या बता दिया गया .. और ताज़ातरीन इस सबका नियंत्रण कर रही थीं - केंद्र की मोदी सरकार में भर्ती - उमा भारती .. ..

और अब उमा भारती ने कह दिया कि .. " गंगा कोई टेम्स नहीं जो एक बार साफ होने पर हमेशा साफ रहे " ..

यानि गंगा मैली दूषित थी और लाख साफ़ कर लो फिर मैली दूषित ही रहेगी .. और लाखों करोड़ों की चपत भी लगेगी .. ..

इसलिए भक्तों को मेरा सुझाव .. मोदी जी के स्वच्छता अभियान से प्रेरणा ले और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए ये टेम्स नदी को ही ' टेम्स माँ ' मान लो ना .. या ' टेम्स बप्पा ' !! .. ..

ॐ भारती ॐ .. ..

मेरे दिमाग की बातें - दिल से .. ब्रह्म प्रकाश दुआ

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