Wednesday 12 November 2014

//// बेशर्मी के साथ बेईमानी की नौबत ? ////

मेरे हिसाब से महाराष्ट्र विधानसभा के पटल पर जिस तरह से भाजपा ने विश्वासमत हो-हल्ले में ध्वनि मत से झटक लिया है वह निंदनीय अवांछनीय और अनैतिक है !!!!
इसके पीछे डर और मजबूरी ये ही रही होगी कि भ्रष्ट NCP के सपोर्ट का तमगा कहीं वैधानिक रूप से ना चिपक जाए .... जबकि वस्तुस्थिति ये है कि NCP के सपोर्ट के तमगे के साथ-साथ बेशर्मी का तमगा तो चिपका ही हुआ था - और आज इसके अतिरक्त 'बेईमानी' का एक और तमगा चिपक गया है !!!!
अभी तो 5-6 महीने ही हुए हैं - आगे-आगे देखिये और कितने तमगे चिपकते हैं इन हिंदबहादुरों पर !!!!
जिस सरकार की नींव ही अनैतिकता पर और इमारत भक्तों पर टिकी हो उससे कुछ नैतिकता और अच्छे की उम्मीद मुझे तो नहीं बची है .... बाकी सब का अपना अपना मूल्यांकन हो सकता है - मैं तो एक साधारण बुड्ढा आदमी हूँ जिसे भक्त लोग अपना सारा कामकाज छोड़ पुरजोर कोशिशों और सतत लगन के साथ नकारने में ही लगे हुए हैं - लगे रहें - देश के लिए दो चार गालियां और खाने के लिए तैयार बैठा हूँ !!!!

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