Sunday 9 November 2014

//// भाजपा को NCP (Naturally Corrupt Party) के समर्थन के चिपकने के मायने ////

बहुत दिन हो गए शिवसेना और भाजपा में रगड़ा - झगड़ा सुलझ ही नहीं रहा है ....
लगता है कि ये झगड़ा अब प्रेमी-प्रेमिका के रूठने-वूठने के सामान नहीं है - पर ये तो पति पत्नी के तलाक जैसा सिद्ध हो रहा है !!!!
खैर रिश्ता जो भी हो मेरा तो ऐसा मानना है कि दोनों ही पार्टियों ने अपने इस रिश्ते को टूटने से बचाना ही चाहिए ....
क्योंक यदि ऐसा नहीं होता है तो भाजपा को बहुत ही अजीबो गरीब स्थित का सामान करना पड़ेगा !!!!
सबसे पहले तो भाजपा को अब शिवसेना के तेज तर्रार प्रवक्ता प्रेम शुक्ला की तीखी बातों पर असहज और शर्मिंदा होना ही पड़ेगा ....
फिर भाजपा को चाहे ना चाहे - मांगे ना मांगे NCP का समर्थन स्वयं ही चिपक जायेगा और फिर इसके कारण जो होगा वह भक्तों को बहुत शर्मसार करने वाला होगा ....
क्योंकि भक्त फिर इस बात का प्रतिरक्षण किस मुंह से करेंगे कि जब भाजपा ने NCP (Naturally Corrupt Party) का समर्थन ले लिया तो दिल्ली में कांग्रेस पार्टी का आप पार्टी को समर्थन के मुद्दे पर भाजपा आप को पानी पी पी के गालियां क्यों देती रही - उपहास क्यों करती रही - दुष्प्रचार क्यों करती रही ????
मोदी जी का क्या - वो तो लफ़्फ़ाज़ी कर इधर उधर बच निकलेंगे - पर बेचारे भक्तों की तो बैठे ठाले ही वाट लग जायेगी !!!!

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