Monday 24 November 2014

//// तो लो इस बार का कोयला घोटाला 'अंतर्राष्ट्रीय' - कर लो जो करना चाहो .... ////

गुजरात के उद्योगपति गौतम अडाणी को एसबीआई द्वारा 1 अरब डॉलर (करीब 6200 करोड़ रुपये) का ऋण देने पर अब सवाल उठ रहे हैं .... दरअसल यह ऋण ऑस्ट्रेलिया यात्रा के दौरान वहां की चारमिचेल कोयला खदान के विकास के लिए दिया गया है - और आरोप है कि इस डील में स्वयं मोदी ने रूचि दिखाई और डील के वक्त अडाणी के अलावा एसबीआई की चेयर पर्सन अरुंधति भट्टाचार्य भी खुद मौजूद थीं - जिन्होंने कर्ज देने वाले सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये .... इसलिए भी सवाल उठने थे और उठ रहे हैं !!!!
खैर जनाब जब-जब वाजिब सवाल उठे हों तब-तब जवाब कब आये थे जो अब ही आ जाएंगे -
इसलिए ऐसे मुद्दों पर पर तो केवल विवेचना ही हो सकती है - तो हो जाय एक और विवेचना >>>>
मेरे हिसाब से जो कोयला घोटाला भारत में हुआ था वह राष्ट्रीय घोटाला था - और उसको जोर शोर से उठा मोदी जी चुनाव जीत सत्ता पर काबिज़ हुए थे .....पर कुछ दिन बाद ही सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ गया था कि इसमें तो भाजपा भी शामिल और जवाबदार थी ..... अब क्या किया जाए ? भाजपाइयों का सर चकरा गया - इज़्ज़त के फ़लूदे हो चले !!!!
इसी दौरान कालेधन का मुद्दा भी उठा - और 100 दिन पूरे होते होते देश के नागरिक जो टकटकी लगाये 15 लाख रुपये की बाट जोह रहे थे वो तो गाली गलौज पर ही उत्तर आये - और उससे मोदी जी आहत हो मन की बात करने तक पर मजबूर हो गए .... पर लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ था .... तो मोदी जी ने कालेधन का मुद्दा अंतरर्रष्ट्रीय मंच पर उठा दिया - और कहने लगे कि देखो हम कुछ कर रहे है .... और तब जाकर जनता कुछ शांत हुई !!!!
इसके पहले की भी यदि आप सारी घटनाएं देखेंगे तो पाएंगे कि मोदी जी राष्ट्रीय स्तर पर तो रहे "जीरो" पर अंतरर्रष्ट्रीय स्तर पर रहे "हीरो" - "सुपर हीरो" !!!!
और इसलिए मुझे लगता है कि मोदी जी ने ये तय कर लिया है कि अब छोटे मोटे राष्ट्रीय स्तर पर कुछ ना किया जाए - ये उन्हें रास नहीं आता - इसमें तो ख़तरा भी है - और अब से जो कुछ भी किया जाए वो बड़े स्तर पर और 'अंतर्राष्ट्रीय' ही किया जाय !!!!
अस्तु कोयला घोटाले का 'अंतर्राष्ट्रीय' स्वरुप अब आपके सामने है - कर लो जो करना चाहो - जब राष्ट्रीय घोटाले तक में एक चूहा अंदर नहीं हुआ तो फिर 'अंतर्राष्ट्रीय' स्तर पर किसी की क्या बिसात कि इन बड़े-बड़े घोटालेबाजों का बाल भी बाँका कर सके ????
तो बस अब बाकी सब तो ठीक है - आप तो ये बताएं कि मेरी विवेचना कैसी लगी ????

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