Sunday 14 December 2014

//// "स्वाभिमानी हिन्दू राजा" होने के मायने .... ////

कुछ दिन पहले विश्व हिन्दू परिषद नेता अशोक सिंघल ने कहा था कि - "दिल्ली की गद्दी पर 800 साल बाद कोई स्वाभिमानी हिन्दू बैठा है - पृथ्वीराज चौहान की हार के बाद दिल्ली की गद्दी हिन्दुओं के हाथ से चली गयी - लेकिन अब फिर एक स्वाभिमानी हिन्दू इस गद्दी पर बैठा है" ....
उसके बाद की कुछ ताज़ा घटनाएं इस ओर इंगित कर रही हैं कि केवल ऐसा कहा ही नहीं गया है पर निश्चित ही ऐसा ही सोचा भी जा रहा है और माना भी जा रहा है और व्यवहार में भी लाया जा रहा है ....
मेरी विवेचना >>>>
> मुझे लगता है कि ये सोच ही कि दिल्ली की गद्दी पर कोई "हिन्दू राजा" बैठा है अपने आप में "संकीर्णता" की पराकाष्ठा है ....
> पर यदि गद्दी पर बैठा ये कथित 'राजा' अपने आप को मात्र "हिन्दू" ही मान रहा है तो यही बात "संकीर्णता" से बढ़ कर "शर्मनाक" और "दुर्भाग्यपूर्ण" हो जाती है ....
> और यदि गद्दी पर बैठा हुआ ये 'हिन्दू' अपने आप को "राजा" ही मान रहा है तो ये बात "संकीर्णता" से बढ़ कर "खतरनाक" हो जाती है ....
> और यदि कोई व्यक्ति इस तथाकथित हिन्दू राजा को "स्वाभिमानी" मान रहा है तो यही बात "हास्यास्पद" और "बेमानी" हो जाती है क्योंकि - स्वाभिमानी की पहली निशानी होती है "आँख की शर्म" जो मोदी जी में तो मुझे दूर दराज नहीं दिखती - अभी 6-7 महीनों में उनके द्वारा 1 भी वायदा पूर्ण न होने के उपरांत भी उनके व्यवहार में पश्चाताप या क्षमा या विनम्रता या यथार्थ का भाव कहीं नहीं दिखता - बल्कि इसके विपरीत उनमे मैं-मैं और दंभ और घमंड और दूसरों को समझाइश देने और फांकने की अनावश्यक और असीमित बढ़ोतरी ही दिख रही है ....
> अस्तु हिन्दुओ के असली हितैषियों को ये मनन करना चाहिए कि भूतकाल में 800 साल क्यों लगे और कहीं वर्तमान में करनी और कथनी से कोरी बकवास करने वाले तथाकथित हिन्दू और हिन्दू हितैषी भविष्य में 1600 साल के लिए हाशिये पर तो नहीं चले जाएंगे ????
> और अंत में मैं सिंघल जी को धन्यवाद देना चाहूंगा कि उन्होंने माननीय अटल बिहारी वाजपेयी को "स्वाभिमानी हिन्दू राजा" नहीं माना - क्योंकि शायद आदरणीय वाजपेयी जी तो एक धर्मनिरपेक्ष "जननायक" भर ही थे - जिन्होंने राजा को गरूर पालने की बात नहीं कही थी, अपितु "राजधर्म" निभाने की नसीहत ही दी थी -और वो भी किसी और को नहीं बल्कि सीधे सीधे इसी तथाकथित "स्वाभिमानी हिन्दू राजा" को !!!!

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