Thursday 25 December 2014

//// शासकों द्वारा 'सुशासन' की शुरुआत भी बेशर्मी के साथ समारोह पूर्वक .... ////

बधाई - सभी देशवासियों को बधाई !?!?
आज से मोदी जी का सुशासन का शुभारंभ ....
यानी अब कुशासन का अंत ....
यानी अब तक कुशासन था मान्य ....
यानी पिछले ७ महीने से कुशासन था कायम ....
पर अब होगा सुशासन ....
सुशासन कौन करेगा ? जो शासन कर रहा है वही ना !!!!
शासन तो प्रधानमंत्री और उनके छर्रे कर रहे हैं ....
तो यानि अब जो कुछ करेंगे प्रधानमंत्री और उनके छर्रे करेंगे ....
तो अब आप क्या करेंगे ???? हम क्या करेंगे ????
चलो तालियां बजाते हैं ....
तालियां !!!! तालियां !!!! तालियां !!!!
पर जरा एक मिनिट रुकें - जो आज करोड़ों रुपये के विज्ञापन सरकार द्वारा जारी किये गए हैं उसका क्या ????
उसका जनता से क्या लेना देना था ?
इस पर जनता के पैसे की बर्बादी क्यों ?
तो बस अब तालियां बंद - और शुरू हुआ जाए ....
धिक्कार है ऐसे शासकों पर जो 'सुशासन' की शुरुआत भी बेशर्मी के साथ समारोह पूर्वक करते हैं ....
अब आगे और बात जोड़ने और बढ़ाने हेतु कृपया अपना अपना योगदान जरूर देवें - धन्यवाद !!!!
अब ये बात तो हुई ख़त्म पर थोड़ा आगे की भी सोचें ....
सोचें कि साल दो साल बाद केंद्रीय वित्त पोषित शौचालय का शुभारम्भ प्रधानमंत्री कैसे करेंगे ????

No comments:

Post a Comment