Sunday 21 December 2014

//// क्या भाजपा पार्टी की कोई जवाबदारी नहीं ???? ////

आजकल भाजपा का असली घिनौना चेहरा रोज़ ही सामने खुल रहा है ....
सत्ता में चूर भाजपा पार्टी के संस्कारी रामज़ादे नेताओं के नित नए प्रकरण सामने आ रहे हैं ....
हमें तो शर्म भी आ रही है और गुस्सा भी - पर ना जाने कैसी बेशरम पार्टी है कि बिना किसी जवाबदेही के कह देती है - कि गाली दी है तो माफ़ी मांग ली है - कुछ गलत किया है तो रिपोर्ट हो चुकी है प्रकरण में फैसला आ जाएगा - सरकारी अधिकारी को गंदी गंदी गालियां देने का रिकॉर्ड तोड़ दिया तो क्या हुआ - पार्टी से ससपेंड कर तो दिया - अब एक विधायक वोट के लिए धमकाते नज़र आ गए तो कह रहे हैं पूरी बात सामने आएगी तो कार्यवाही करेंगे - अभी अभी एक सूरमा नेता तो एक कंपनी कार्यालय में घुस सभी कर्मचारियों की लात घूंसों से पिटाई करते दिख गए - और जवाब जब कोई अधिकृत शिकायत होगी तो कार्यवाही करेंगे .... और जब तमाम संगी साथी साम्प्रदायिकता के ज़हरीले बोल बोले और कुछ न बोलते बना तो फिर चुप्पी ही साध ली .... चेहरा ऐसा हो गया कि होंठ हलक में उतर गए !!!! कानून बनाने की जिन पर जिम्मेदारी है वो ही कहने लगे - हो हिम्मत तो धर्मान्तरण पर रोक के लिए बनाओ कानून - इनको जैसे किसी ने जबरन रोक रखा हो - दूसरों पर दादागिरी और खुद पर आये तो लाचारी ????
मैं इन ताज़ा घटनाओं से व्यथित हो एक प्रश्न इन रामज़ादों के समक्ष रखना चाहता हूँ कि ....
मान लो देश में कुछ मुस्लिम नेता या कुछ सिरफिरे कुछ ऊटपटांग बात कर देते हैं तो आप पूरे इस्लाम को ही गाली देने पर उत्तर आते हो - पूरी जमात को ही गाली देने लगते हो - पहुंच जाते हो बाबा आदम के ज़माने में और गिनाने लगते हो कि फलां गज़नी फलां मेहमूद फलां खान ने फलां फलां जुल्म अनर्थ गलत किया था - इसलिए - अब आज किसी की खैर नहीं - मार डालेंगे सबको - भगा देंगे सबको - छीन लेंगे सबकुछ - ये देश हमारा है - हिन्दुओं का देश .... ये हिन्दू राष्ट्र है - आदि इत्यादि !!!!
तो मेरे रामज़ादे भाजपाइयों ऐसा ही पैमाना अपने लिए भी फिट क्यों नहीं करते - भैय्या इतने पीछे क्यों जाते हो - पहले ताज़ा ताज़ा घटनाओं के लिए तो शर्मिंदगी उठा लो .... जवाब दो की इन गुंडे बदमाशों और व्यभिचारियों को तुम्हारी पार्टी में एंट्री किसने दी थी - किसने टिकट दिया था ?? क्या जैसे पूरी मुस्लिम जमात को जवाबदार ठहराते हो तो क्या थोड़ी शर्म पाल कर अपनी पार्टी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराओगे !!!!
तमाम गुंडे बदमाशों को पार्टी में भरकर दूसरों को उपदेश और नसीहत देने चले हो .... धिक्कार है तुम्हारी बेशर्मी पर - और तुम्हारी साम्प्रदायिकता पर - तुम्हारी दोगली नीति पर - और तुम्हारी कायरता पर !!!!
हाथ जोड़ कर प्रार्थना है - इस धर्म और पार्टी पॉलिटिक्स से ऊपर उठ देश और नैतिकता के बारे में भी सोच लो - कुछ भाईचारे और अमन के बारे में भी सोच लो - कुछ अनाथ हो गए 'विकास' की भी सुध ले लो जनाब !!!!

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