तोमर फ़र्ज़ी डिग्री प्रकरण में अब तो मेरे पूर्व आंकलन अनुसार तोमर अपराधी साबित हो गए हैं .... और इसलिए मैं पुनः इसे अरविन्द केजरीवाल की एक गलती निरूपित करता हूँ ....
साथ ही उपरोक्त प्रकरण में मैं शुरुआत में दिल्ली पुलिस द्वारा की गई एकतरफा पक्षपाती कार्यवाही से सहमत ना होते हुए भी आज बहुत प्रसन्न हूँ .... प्रसन्न इसलिए कि दिल्ली पुलिस द्वारा तोमर के विरुद्ध कार्यवाही भले ही किसी भी मकसद से की गई हो - पर अब ये कार्यवाही व्यापक हो कई गुनहगारों की तरफ बढ़ गई है .... और मैं देख पा रहा हूँ कि बावजूद इसके कि यही पुलिस यही व्यवस्था यही गुनाह और यही गुनहगार जो वर्षों से नेपथ्य में फल फूल रहे थे आज उनमें से एक गुट का भण्डा फूटने की स्थिति निर्मित हो गई है .... और यही सबसे बड़ी स्वागत योग्य बात है ....
और इसके आगे मैं इस बात को जानते हुए कि केजरीवाल से ये एक राजनीतिक भूल हुई है - केजरीवाल जी से अपेक्षा करूंगा की भविष्य में ऐसे ही किसी स्थिति में वो अधिक सचेत हो ससमय उचित निर्णय लेंगे .... और क्योंकि केजरीवाल अपनी गलतियों से बहुत जल्दी सबक ले ही लेते हैं - मुझे विश्वास है वो आगे निराश नहीं करेंगे .... और ना ही निराश होंगे !!!!
'आप' पार्टी के समर्थकों को भी कहना चाहूँगा कि आज की पूर्ण गंदी दूषित घिनौनी राजनीति के बीच स्वच्छ राजनीति करना भी बहुत कठिन है - और किसी के लिए भी उसे १००% निभा पाना असंभव है - अतः हमें सदैव ही किसी भी नेता और पार्टी का मूल्यांकन हमेशा ही खुले दिमाग से और तुलनात्मक दृष्टि से और कई सारी बातों को समग्र रूप से ध्यान में रख कर ही करना होगा - फिर भले ही वो केजरीवाल हों या मोदी या राहुल या कोई अन्य !!!!
अरविंद केजरीवाल जी से गलती तो हुई है, नैतिक भी और रणनीतिक भी। आप पार्टी स्वयं दोषी मंत्री पर कार्रवाई करती दिखाई देती तो कथनी करनी का अन्तर नहीं दिखता और जनता में राष्ट्रीय स्तर पर बहुत अच्छा संदेश जाता ।
ReplyDeleteगांधी जी ने एक बच्चे को गुड खाने का मना करने से पहले स्वयं गुड खाना छोडा था । यह बहुत अच्छा मौका था दूसरो से अन्तर दिखाने का।