Friday 5 June 2015

//// विद्या बालन को मेरा सुझाव - जोखिमभरा विज्ञापन बिग-बी को करने दें ....////


मैगी मामले में मैगी की जाँच जारी है - लेड या msg का तो पक्का पता नहीं - पर बिग-बी, माधुरी, और प्रीती, लिप्त पाये गए हैं - क्योंकि उन्होंने मैगी खाने के लिए विज्ञापन किया था ....

ज्ञानी कह गए कि समझदार वही जो सुख के दिनों में दुःख की कल्पना कर ले - और दूसरों की दुर्दशा से सीख ले ले .... अतः मेरा विद्या बालन जी से अनुरोध है कि बिना टेस्टिंग और पूर्वानुमान कोई जोखिमभरा विज्ञापन नहीं करें ....

मैं उन्हें बताना चाहूँगा कि खुल्ले में शौच करना भी एक अत्यंत उल्लासभरा अनुभव हो सकता है .... शुभप्रभात - हौली-हौली बयार - प्राकृतिक वातावरण - सब कुछ नैसर्गिक - चिड़ियों का चहचहाना - आस पास तितलियों का मंडराना - क्या किया उसे देख पाना ....
और वहीँ दूसरी ओर गंदा मक्खियों और बदबूं भरा वो संकीर्ण दायरा जिसमें सांस रोक मुहं पर कपडा ढँक कीटाणुओं के बीच दुनियाभर की करी कराई पर फिर एक बार .... ओह ! छिः !!

और इसलिए मेरा पूर्वानुमान है कि अगले ३०-३५ साल में कभी भी ऐसा प्रतिपादित हो सकता है कि - "शौचालय में शौच करना बहुत हानिकारक है - इससे "शौचफ्लू" होता है" .... और फिर ये तो होना ही है कि शौचालय में शौच करने के हानिकारक विज्ञापन के लिए विद्या बालन प्रियंका भारती को लिप्त घोषित कर दिया जाएगा ....

इसलिए मेरा सुझाव है कि विद्या बालन जी बिना टेस्टिंग जोखिमभरा विज्ञापन करने से बचें !!!!

पीकू पिक्चर के ट्रेलर देख तो मेरा यह भी सुझाव है कि इसी श्रंखला में कब्ज़ संबंधित विज्ञापन के साथ साथ ये विज्ञापन भी बिग-बी को ही करने दें ....
क्या है वो तो एक बार में ही // मैगी-कायम-शौच-ठंडाठंडाकूलकूल // के सभी मामले थोकबंद निपटा लेंगे ....

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