और अभी-अभी न्यायालय का निर्णय आ गया - दिल्ली के कानून मंत्री तोमर को ४ दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया ....
कानून ने अपना काम कर दिया - और मुझे आज फिर लगा कि कानून अँधा होता है - बावजूद इसके कि उनकी डिग्रियां फर्जी ही क्यों न हो और वे मुजरिम ही क्यों न हो - और पूरे प्रकरण में केजरीवाल के द्वारा भी उन्हें मंत्रिमंडल में बनाए रखने की गलती ही क्यों ना की गई हो ....
मैं आशा करता हूँ कि आज जो कुछ हुआ है ये प्रकरण भविष्य में कई चर्चाओं में बार-बार आएगा - और अब कई प्रश्न भी चर्चा के लिए छोड़ जाएगा ....
मेरे हिसाब से तो ये प्रकरण अब कानून को भी कसौटी पर कसेगा ....
ये प्रकरण लोगों को मजबूर भी करेगा बहुत कुछ सोचने समझने के लिए .... और ये प्रकरण लोगों में भय भी पैदा करेगा कि कानून सबके लिए बराबर नहीं होता - यदि आपने पुलिस और सत्ताधीशों से पंगा लिया है तो शायद कानून भी अपने आपको पंगु पाएगा !!!!
जब केजरीवालजी ने यह धमकी दी कि वो जंग के खिलाफ FIR करने वाले हैं तो उसकी प्रतिक्रिया में यह सब किया गया है जिसकी सहानभूति केजरीवालजी के साथ बनी है। बदले की भावना से किया गया कोई भी काम आम जनता पसंद नहीं करती है। 67 नतीजा इसी सहानभूति का परिणाम है। भले सब डिग्री फर्जी निकलें पर इसका खामियाजा भाजपा को ही भुगतना पड़ेगा। ये ईमानदारी और बेमानी के बीच जंग है।
ReplyDeleteOnce again you are right Sir ! Thanks.
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