आज "इंदिरा आपातकाल" की ४०वीं बरसी है .... और आज मोदी सरकार पर आपातकाल मंडरा रहा है .... मोदी स्वयं असहज परेशान और मौन हैं .... इसलिए शायद आज "आपातकाल" की चर्चा फिर हो रही है ....
चर्चा इसलिए भी हो रही है क्योंकि "ब्रेन डेड" मान लिए गए भाजपा मार्गदर्शक मंडल के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कुछ दिन पहले ही कुछ लोगों का "ब्रेन हिट" करते हुए राजनीतिक हलचल पैदा कर दी थी - कह दिया था कि ४० साल बाद आपातकाल फिर से लगा दिया जाए इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता ....
और बरसी के मौके पर दिमाग पर चोट खाए सन्न और कई दिनों से मौन मोदी आज ट्वीटें हैं - और आपातकाल के विरूद्ध कई बार कही गई घिसी पिटी बातें लिखे हैं .... शायद बताना चाह रहे हैं कि उनके द्वारा आपातकाल लगाने का प्रश्न ही नहीं उठता ....
वैसे मोदी आपातकाल लगा सकेंगे इसमें मुझे तनिक भी संभावना नहीं दिखती .... क्योंकि जिसके लिए स्वयं आपातकाल लग चुका हो - जो स्वयं ललित मोदी जैसे टुच्चे भगोड़े का सामना ना कर पा रहा हो - जो स्वयं पार्टी और सरकार में एकाधिकार रखता हो पर कुछ भी करने में अपने आपको अक्षम असहाय पाता हो - जो स्वयं मौन होने पर मजबूर हो चला हो - जो अपना इकबाल खो चुका हो - और जिसका काल केजरीवाल बिगाड़ चुका हो - वो आपातकाल नहीं लगा सकता !!!!
आपातकाल लगाना कोई बच्चों का खेल नहीं - और लालकृष्ण आडवाणी कोई बच्चे नहीं .... इसलिए मोदी द्वारा भी आपातकाल ?? क्यों मज़ाक करते हो यार !!!!
हमारे देश के लोगों ने बीजेपी को यह अपार बहुमत देकर अपने पैर पर आप कुल्हारी मार ली है .
ReplyDeleteमार्केटिंग का प्रोडक्ट खरीद लिया है मैग्गी की तरह और आप सबको पता है फेयर एंड लवली ने किसी को गोरा नहीं किया आजतक।