विदेश मंत्रालय का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देखते रहे हैं ....
प्रधानमंत्री का काम वित्त मंत्री अरुण जेटली देखते रहें हैं ....
वित्त मंत्री का काम अंबानी-अडानी देखते रहे हैं ....
अंबानी-अडानी का काम प्रधानमंत्री मोदी देखते रहे हैं ....
और स्पष्ट है कि इस तरह मोदी डबल चार्ज में हैं - विदेश मंत्रालय और अंबानी-अडानी का कार्य .... और वो अपने दोहरे दायित्व बखूबी निभा ही रहे हैं - कड़ी मेहनत ईमानदारी लगन के साथ - विदेश-विदेश भटकते हुए अंबानी-अडानी के साथ - दिन में १६-१८ घंटे काम कर के - लगातार पूरे वर्ष एक दिन भी छुट्टी लिए बगैर .... बिना रुके बिना झुके बिना थके ....
मित्रो ऐसे में मैं समझ नहीं पा रहा हूँ कि सुषमा के इस्तीफे को लेकर भाजपा सरकार इतनी परेशान क्यों हो रही है .... सुषमा से इस्तीफ़ा ले लो और उनकी जगह किसी को भी बोलो बैठ जा - फर्क क्या पड़ना है - कोई भी व्यक्ति चलेगा - बस ये ध्यान रखें कि वो मानवता-मानवता का नाम ले दानवों को मदद करने की गलती नहीं करे ....
बल्कि मेरा तो सुझाव है कि अबकी बार ऐतिहातन ऐसे व्यक्ति को विदेश मंत्री बना दो जिसका मानवता से दूर दराज कोई नाता ही ना हो - अब भाजपा में तो ऐसे कई होंगे .... फिर समस्या क्या है ????
wah dua ji
ReplyDeleteहा हा हा... एक दम सही बात....
ReplyDeleteGood
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