Wednesday 10 June 2015

//// म्यांमार का पराक्रम .. श्रेय लूटने की होड़ .. ये देश है वीर जवानों का .. ////


म्यांमार में हमारे १८ सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया जाता है - और जवाबी कार्यवाही में भारतीय सेना द्वारा म्यांमार की सीमाओं में घुस कर आतंकवादियों को मार गिराया जाता है ....

पराक्रम पूरा हुआ .... देश कृतज्ञ .... मज़ा आ गया .... मैं भी खुश .... ऐसा ही होना था .... इसे कहते हैं ५६ इंची सीने का कमाल .... मुहंतोड़ जवाब दिया गया .... ५ दिन में ही पलटवार .... दुनिया को कड़ा सन्देश गया .... अन्य पड़ोसियों को भी अब समझ लेना चाहिए .... सेना को सलाम - वीरों को सलाम - शहीदों को श्रद्धांजली !!!!

और साथ ही एक और प्रकार के बयान .... दाभोल कहाँ कब गए - कब क्या निर्णय लिया गया - किसने लिया - सेनाध्यक्षों ने मीटिंग कब करी - विदेश मंत्रालय ने क्या किया - प्रधानमंत्री ने क्या किया .... आदि !!!!

अस्तु पराक्रम पूर्ण .... ख़ुशी का वातावरण .... वाहवाही लूटने और करने की भी होड़ .... वीर-रस कवि और शायरों को कुछ लिखने का स्वर्णिम अवसर .... सम्पादकीय लिखने का मसाला .... मूछों वाले फौजियों और रक्षा विशेषज्ञों का टीवी पर आक्रमण यानि जोशीले डायलॉग ....

मेरा मन मयूरा भी नाच नाच कह रहा है - ये देश है वीर जवानों का अलबेलों का मस्तानो का ....

तो चलें अब आगे बढ़ें .... क्या कोई मुझे बताएगा देश की सीमाओं के भीतर सैंकड़ो जवानों को मौत के घाट उतार चुके नक्सलियों को जवाब कब दिया जाएगा ?? पलटवार कब होगा ?? पराक्रम की योजना कब बनेगी ?? कौन कौन बनाएगा ?? मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री का क्या रोल रहेगा ?? पुलिस अर्धसैनिक बलों और सेना का क्या रोल रहेगा ????

मुझे मालूम है मुझे कोई कुछ नहीं बताएगा .... शायद ये मामला देश की सुरक्षा से संबंधित अति गोपनीय एवं संवेदनशील मामला हो .... शायद अत्यंत पेचीदा भी .... फिर मैं कौन होता हूँ इसमें दखल देने वाला .... मेरा कोई सगा भी तो नहीं मरा नक्सली के हाथों ????

इसलिए मेरी सीमाएं तो बस यहीं तक कि मैं गाता रहूँ .... ये देश है वीर जवानों का अलबेलों का मस्तानों का .... इस देश का यारों - इस देश का यारों क्या कहना ........

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