Tuesday 30 June 2015

//// एक बार मिल तो लें ....////


मोदी जी इस समय व्यस्ततम व्यक्ति हैं .... सुषमा वसुंधरा स्मृति पंकजा तावड़े व्यापम प्रकरण में उन्हें पूरी तहकीकात करने का वक्त नहीं मिला है - पूरी कायनात उनसे जवाब मांग रही है और उनसे जवाब तक देते नहीं बन रहा है - फिर अभी धारा ३७० राम मंदिर जैसे मुद्दे निपटाने हैं - लांच की गई बीमा योजनाओं की मार्केटिंग करनी है - अंबानी अडानी का कर्ज चुकाना है - वाराणसी जाना है - आडवाणी जी का मार्गदर्शन लेना है - यशवंत सिन्हा का ब्रेन वाश करना है - अगले 'मन की बात' की तैयारी करना है - दिल्ली में हार के कारणों का पता लगाना है - बिहार चुनाव में दरी बिछाने उठाने के छोटे कार्य से लेकर रैलियां करने का काम शुरू करना है .... आगे रक्षा-बंधन आ रहा है - बहनों को १२ रुपये वाली पालिसी टिकानी है .... और ललित भगवान को शांत प्रसन्न रखना है .... आदि ! इत्यादि !! ललित्यादि !!!

और ऐसे में ये केजरीवाल मोदी जी से इतना बड़ा काम करने का दबाव डाल रहे हैं .... बार बार उनसे कह रहे है .... एक बार मिल तो लें - एक बार मिल तो लें !!!!

मित्रो आप ही बताएँ कि क्या ये केजरीवाल की ज्यादती नहीं ? परेशान को और हद्द परेशान करना - भेरू बना देना .... या फिर ये केजरीवाल के साथ ज्यादती तो नहीं - कि एक बार मिल भी नहीं रहे ????

वैसे मैं एक बात और सोच रहा था कि यार ये केजरीवाल आखिर मोदी से मिलने के पीछे क्यों पड़े हैं ? वो मिल भी लेंगे तो क्या निहाल कर देंगे ?? साल भर में किसको निहाल कर दिया जो तुमको निहाल कर देंगे ????

पर फिर गूढ़ बात समझ आ रही है .... केजरीवाल को मालूम है कि मोदी मिलने वाले नहीं - इसलिए ही तो वे कह रहे होंगे - एक बार मिल तो लें - एक बार मिल तो लें !!!!

1 comment:

  1. HA HA HA.... फट रही है मिलने में.... क्यूंकि आदमी खतरनाक है..... ;-)

    ReplyDelete