Saturday 30 May 2015

//// दिल्ली में स्मृति ईरानी का घर सुरक्षित नहीं ? .. संसद भवन भी नहीं ??....////


स्मृति ईरानी ने ABP न्यूज़ पर एंकर अभिसार के साथ साक्षात्कार में आरोप लगाया कि - कल उनके घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे NSUI के छात्र उनके घर के दरवाज़े तक पहुँच उसे तोड़ने का प्रयास करने लगे थे - जबकि उनकी ११ साल की बेटी घर पर ही थी भयभीत और अकेली .... और तमतमाई स्मृति ईरानी ने अभिसार तक से प्रतिप्रश्न पूछ लिया कि - भाई साहब आपके घर में भी बच्चे हैं या नहीं ????

मेरी प्रतिक्रिया ....

यही तो 'आप' पार्टी वाले कब से कह रहे हैं कि दिल्ली पुलिस नाकाम है निकम्मी है नाकारा है - और वो केंद्र सरकार के अधीन है जिसकी स्मृति ईरानी कबीना मंत्री हैं ....

अब बचा ही क्या है यह स्थापित होने में कि दिल्ली में एक कबीना मंत्री की बेटी सुरक्षित नहीं है - और तो और सरकार भी नाकाम निकम्मी नाकारा और उसके मंत्री भी नाकाम निकम्मे नाकारा .... और इसलिए एक आम आदमी सुरक्षित कैसे हो सकता है ????

आज उपरोक्त प्रश्न इसलिए भी प्रासंगिक हो जाता है कि जब दिल्ली के एक कांस्टेबल को ACB ने धर दबोचा तो दिल्ली पुलिस तिलमिला गई - और स्मृति ईरानी जी की सरकार दिल्ली पुलिस के पीछे दीवार बन कर खड़ी हो गई - तलवारें खिंच गईं - संवैधानिक व्यवस्थाएं चरमरा गईं .... पर तब स्मृति ईरानी जी को ना सरकार से ना पुलिस से कोई शिकायत हुई ....

और मज़े की बात तो ये है कि लगता है आज भी स्मृति ईरानी को दिल्ली पुलिस से कोई शिकायत नहीं है - कई गुंडे उनके घर के दरवाज़े तक पहुँच दरवाज़े को तोड़ने का प्रयास कर बैठे तो भी क्या ?? इसमें पुलिस बेचारी का क्या दोष ?? .... दोष तो गुंडों का था !! .... दोष तो दिल्ली की ACB का था !! बस !!

शर्मनाक ! शर्मनाक !! दिल्ली पुलिस और स्मृति ईरानी की सरकार शर्मनाक !!!

पुनश्च : जब से इस देश की संसद बनी है तब से सैकड़ों हज़ारों बार प्रदर्शनकारियों के द्वारा इसे घेरने की घोषणा के साथ उग्र प्रदर्शन किए जाते रहे हैं - पर इतिहास गवाह है - पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को संसद को घेरना तो दूर उसके आसपास तक पहुंचने भी नहीं दिया है - और संसद भवन अपने ऊपर लहराते तिरंगे के साथ शान से खड़ा है ....
पर अब आगे क्या होता है ? लगता है भगवान जाने या मोदी या स्मृति ईरानी या NSUI ????

No comments:

Post a Comment