Sunday 31 May 2015

//// केजरीवाल से कितने लोग प्रेरणा ले रहे हैं ना ??....////


मित्रो जैसे आपने टीवी में देखा होगा और जैसा कि मैनें भी २९/०५/१५ को अपने एक पोस्ट - //// काश !! मैं भी भ्रष्ट नेताओं की सुताई कर पाता ....//// (http://bpdua.blogspot.in/2015/05/blog-post_92.html) में बयान किया था - इंदौर पुलिस आजकल सरेआम गुंडों की सुताई कर रही है - और सुताई की कार्यवाही सरेआम टीवी पर दिखाई भी जा रही है ....

और इस पर अनेक प्रतिक्रियाएं भी आ ही रही थीं - और यह भी विदित हुआ कि मानवाधिकार आयोग ने भी प्रकरण और तथ्यों का संज्ञान लेते हुए मध्यप्रदेश पुलिस और सरकार को दो एक नोटिस भी भेज दिए हैं ....

और बहस बचाव के बीच आज मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी लम्बा चौड़ा वक्तव्य आ गया .... बोले गुंडों की इस तरह पिटाई करना गलत नहीं - पिटाई नहीं करेंगे तो क्या आरती उतारेंगे ? मानवाधिकार आयोग के नोटिस का क्या - जब गुंडे दूसरों के मानवाधिकारों का हनन कर रहे थे तब क्या हो रहा था - आदि ????

मैं सोच रहा था कि अब तो शिवराज गए काम से .... अब भाजपाई तो यही कहेंगे कि शिवराज  भी केजरीवाल के पदचिन्हों पर चल पड़े हैं - कहना ही पड़ेगा - नहीं क्या ???? - यानि कहना पड़ेगा कि जो शिवराज सोचें वो ही सही - जो वो मानें वो ही सही - ना खाता ना बही जो शिवराज कहे वही सही - शिवराज भी अनार्किस्ट - जब उन्होंने स्वयं मान लिया कि जो पिट रहे हैं वो गुंडे ही हैं गुनहगार ही हैं और उन्हें उनके किये की सजा निकम्मा कानून निकम्मी पुलिस निकम्मी सरकार और निकम्मी व्यवस्था दे ही नहीं पाई थी सो सही - और इसलिए मजबूर हो जो पुलिस कर रही है वो ही सही .... फिर पस्त वकील व्यस्त न्यायालय और न्यायाधीश और फेल जेल को फ़िज़ूल में कष्ट देने की क्या आवश्यकता .... आदि अनादि इत्यादि !!!!

पर मैं यह भी मानता हूँ कि भाजपाइयों के कहने ना कहने से क्या होता है - शिवराज को केजरीवाल बनने के लिए अभी कई जनम और लेने होंगे - केवल केजरीवाल की कार्यप्रणाली का तनिक अनुसरण करने का भ्रम पालने से आप केजरीवाल के समक्ष या समकक्ष खड़े होने का गुमान नहीं पाल सकते .... और वो भी भाजपा में रहते तो कदापि नहीं ....

No comments:

Post a Comment