Friday 1 May 2015

//// क्या मोदी अब "शहज़ादे" बोलने की ज़ुर्रत करेंगे ??....////


मित्रो आज मैं आपके समक्ष अपना छोटा सा राजनैतिक आंकलन रखना चाहता हूँ ....

कांग्रेस में राहुल एक सॉफ्ट टारगेट थे - मोदी ने भरपूर फायदा उठाया - राहुल को "शहज़ादे" कह-कह कर सत्ता के शिखर पर पहुंच गए .... पर सत्ता पाते ही इतरा गए - मद में चूर और शाणपत् में वो राहुल का उपहास करते ही रहे - करते ही रहे - ये उनकी सबसे बड़ी राजनीतिक भूल थी ....

यदि राहुल पलटवार नहीं करते तो तो ठीक था - पर राहुल ने पलटवार कर दिया है - और पलटवार ऐसे समय पर किया है जब मोदी की लोकप्रियता बहुत तेज़ी से गिर रही थी .... और राहुल ने पलटवार का विषय भी प्रासंगिक "किसान" चुना और बहुत समझदारी से शालीनता से मुस्कराते हुए अपने पत्ते चले ....

और इस कारण जो कल तक अपने व्यक्तित्व को विश्वस्तरीय समझने का गुमान पाल बैठे थे वो एकाएक बिलबिला उठे हैं .... और क्योंकि इनकी ये गत वो व्यक्ति कर रहा है जिसका ये उपहास करते आये थे - इनकी मिट्टी पलीत हो रही है .... 

और हालत इतनी बदतर हो चुकी है कि इन शानों को ये ही समझ नहीं बैठ रही है कि - राहुल को जवाब दें या उन्हें इग्नोर मारें ??

मोदी की इस उहापोह के पीछे भी एक और सत्य है - और वो है - केजरीवाल - जी हाँ जैसे मोदी राहुल का उपहास करते थे वैसे ही इन्होनें केजरीवाल का भी खूब उपहास किया - और उपहास ही नहीं गालियां भी दीं - और अपनी सीमाओं को इस हद तक लांघा कि जनता ने मोदी को दिल्ली चुनाव में वो नतीजा दिया जो हमेशा के लिए नज़ीर बन गया .... और तब लोगों ने कहा था कि मोदी को केजरीवाल को इग्नोर करना था !!

लेकिन अब मोदी फंस चुके हैं - एक तरफ केजरीवाल उनको धूल चटा ही चुके हैं - पर अब राहुल भी वो कर रहे हैं जिससे उनकी इज़्ज़त की तो समझो बेइज़्ज़ती हो रही है .... यानि अब तो लगने लगा है इज़्ज़त बचेगी भी कि नहीं .... ये ऐसा कुछ हो रहा है जैसे मानो बांग्लादेश ने ऑस्ट्रेलिया को ५६ रन पर आउट कर दिया हो - या संजय जोशी को भाजपा अध्यक्ष बनाया जा रहा हो .... या लालू मोदी को जोकर कहें .... या फिर सीरियसली लोग कहें कि मोदी का नसीब गया तेल लेने - भक्त पूछें कहाँ हैं अच्छे दिन ????  

मुझे लगता है अब इज़्ज़त बचना मुश्किल है - और ऐसा इसलिए कि - राहुल को जवाब देंगे तो मरेंगे - चुप रहेंगे तो मरेंगे - और यदि खुदा ना खास्ता कहीं "शहज़ादे" बोलने की ज़ुर्रत कर ली तो समझो एक बार फिर मोदी चाय बेचने पर मजबूर होंगे ....

2 comments:

  1. अब ॐ नमो शाह का मन्त्र काफी चल चुका अब इनका ॐ नमो स्वाहा हो कर रहेगा पूर्णाहुति होने के लक्षण साफ़ दिखाई दे रहे है "आप ' जब कीचड़ साफ़ कर देंगे तो कमल कैसे खिलेगा ?

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  2. Haha Bahut khoob kaha dua saheb. Mujhe toh rahul Gandhi ka naya avtar kaafi bha raha hai. Aur Bahut kuchh achhe ke liey badalta bhi dikh raha hai.

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