बकरे की माँ कब तक खैर मनाती - आखिर न्यायालय ने निर्णय दे दिया कि स्मृति ईरानी के विरुद्ध उनकी शैक्षणिक योग्यता संबंधित शिकायत में दम है - और इसलिय प्रकरण ग्राह्य किया जाता है - अब आगे न्यायिक प्रक्रिया चलेगी - यानि हमेशा की तरह कानून अपना काम करेगा ....
कानून तो काम करेगा पर अब यक्ष प्रश्न है हमारा मौन चौकीदार क्या करेगा ????
मुझे लगता है कि तोमर प्रकरण के कारण स्मृति ईरानी का इस्तीफ़ा भी होना ही चाहिए ....
यानि आप कह सकते हैं कि - स्मृति "तो-मर गई" - यानि - "गई काम से" ....!!!!
तो यदि आपकी "स्मृति" सही हो - तो बोलो "तोमर" की जय !!!! हा !! हा !!
अगर सबसे ज्यादा बेशर्म किसी पार्टी में हैं तो वह है बीजेपी ( बेशर्म जनता पार्टी )
ReplyDeleteयह हमारे देश का दुर्भाग्य है कि दुसरे को उपदेश देने वाले यह हमारे देश भकत नेताओं की कथनी और करनी में जमीन आसमान का फर्क है
ReplyDeleteबेशर्म जुमलाबाज पार्टी । देशद्रोहियों से भरी पार्टी । धर्म के नाम पर धोखेबाजी करने वाले लोगों की पार्टी । धर्म के नाम पर गुण्डागर्दी करने वाले लोगों की पार्टी ।
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