और अभी फिर से खबर आ रही है कि कांकेर में भी बीएसएफ के कैंप पर नक्सलियों ने हमला किया है और बीएसएफ का एक और जवान शहीद हो गया है ....
अभी परसों ही तो दिल दहलाने वाली खबर आई थी .... सुकना में नक्सलियों ने सात पुलिस वालों को मौत के घाट उतार दिया था ....
और इस घटना के बाद जो सबसे शर्मसार करने वाली बात सामने आई वो ये कि उन शहीद जवानों के शव बरामद करने में जवाबदार और जिम्मेदारों को २८ घंटे का समय लग गया .... ऐसी लाचारी ?? दयनीय !! शोचनीय !! अकल्पनीय !! असहनीय !! दुखद !! और क्या कहूँ ... छिः !!
और लगभग इसी समय हमारे प्रधानमंत्री फ्रांस में प्रथम युद्ध में शहीद हुए १०००० भारतीय शहीदों के स्मारक पर श्रद्धांजलि देते हुए अपने आप को ना मालूम कितना महानतम प्रतिपादित कर अपने रोंगटे खड़े होने की बातें कर रहे थे .... फ़्रांस वासियों से तालियां पिटवा रहे थे !!!!
मोदी जी आपके रोंगटे वाकई खड़े होते हैं या नहीं ये तो आपका ईमान जाने - पर हमारे दिल जरूर बैठे जा रहे हैं .... क्योंकि वर्तमान में देश के अंदर ऐसी घटनाएं हो रही हैं और आप कभी पाकिस्तान को डरियाते गरियाते दिखते हैं या फिर सदियों पूर्व हुए शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए अपने आप को महिमामंडित करते दिखते हैं .... पर जनाब आप वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अति आवश्यक सार्थक कार्यवाही के कर्ता के रूप में तो कत्तई नहीं दिखते !!!!
शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ जवान अकारण शहीद नहीं हो ऐसे उपाय कब करेंगे ????
भारत के बाहर के दुश्मनों को ललकारने और परास्त करने के बहुत बड़े पराक्रम के पूर्व अपने ही देश की धरती पर अपने ही देश के नक्सलियों को अपनी ही पुलिस और अपनी ही सेना से परास्त करने का तुलनात्मक छोटा पराक्रम कब पूरा करेंगे ????
.... या फिर देश से माफ़ी मांग चुप रहना कब सीखेंगे ????
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