Thursday 16 April 2015

//// मैं मैं मोदी - तुच्छ मानसिकता - विदेशों में अपने ही देश की बदनामी ??....////


मोदी ने कनाडा में जो कुछ कहा उसकी एक बानगी देखें >>>>
>> जिन्होंने गंदगी फैलाई, वे अब चले गए हैं। अब हमें सफाई करनी है ..
>> पहले भारत को 'स्कैम इंडिया' कहा जाता था, मगर हम चाहते हैं कि इसे 'स्किल इंडिया' कहकर बुलाया जाए - हम भारत की इमेज 'स्कैम इंडिया' से बदलकर 'स्कीम इंडिया' की बनाना चाहते हैं ..
>> 10 माह पहले भारत में सरकार बदली थी और अब लोगों की प्रकृति बदल गई है ..
>> मैं गर्व से कह सकता हूं कि कनाडा ऐसा देश है, जो साल 2003 से गुजरात का पार्टनर है ..
>> हम लोग जब छोटे थे, एक फिल्मी गीत सुना करते थे- 'देख तेरे संसार की हालत क्या हो गई भगवान। कितना बदल गया इंसान।' उस समय गीत में पीड़ा थी। आज मैं इस गीत को नए रूप में देख रहा हूं। आज मैं गर्व से कह सकता हूं कितना अच्छा बन गया इंसान ..
>> भारत में पिछले दस साल में प्रतिदिन 2 किलोमीटर सड़क बनती थी। पिछले 10 महीनों से हर दिन 11 किलोमीटर सड़क बन रही है ....

उपरोक्त बातों से स्पष्ट है कि मोदी जी ने विदेशी धरती पर जो नहीं बोलना चाहिए था वो बोला है - और जो बोला वो आपत्तिजनक - जिस अंदाज़ में बोला वो भी आपत्तिजनक है .... एक आध बार तो लगा जैसे कोई स्टैंड-अप-आर्टिस्ट नुक्कड़ प्रोग्राम दे रहा है और लोगों को गुदगुदा रहा है ....  

और कांग्रेस ने उपयुक्त आपत्ति भी सार्वजनिक कर दी है ....

आनंद शर्मा ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की बीमार मानसिकता है। पिछली सरकार को बदनाम करना उनकी विशेषता बन गई है। हम असहाय हैं लेकिन हमें यह कहना पड़ेगा कि वो अपनी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचा रहे हैं। संप्रग सरकार ने न्यूक्लियर डील को शुरू किया था, लेकिन उस समय भाजपा ने इसको नकार दिया था और अब प्रधानमंत्री उसी डील को अपने नाम पर पेश कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस नेता पीसी चाको ने कहा कि पीएम मोदी को याद रखना चाहिए कि वो भारत के प्रधानमंत्री हैं, ना कि सिर्फ भाजपा नेता। विदेशों में उनको अपने देश की बदनामी नहीं करनी चाहिए। प्रधानमंत्री हमेशा कांग्रेस पर हमला करने में रूचि रखते हैं। उनका यह रवैया अस्वीकार्य और गैर जिम्मेदाराना है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि भारत के प्रधानमंत्री विदेशों में देश का स्तर गिरा रहे हैं ....

और अंततः आनंद शर्मा ने यह भी कह दिया कि ऐसे नहीं चलेगा - अबसे जब भी मोदी विदेश में जहाँ भी जाएंगे वहां वहां कांग्रेस भी अपने उपयुक्त व्यक्तियों को भेजेगी और मोदी के द्वारा किसी भी प्रकार की  बकवास और झूठ का खंडन वहीँ उसी समय किया जाएगा .... 

बहुत सही - मरता क्या ना करता !!!!

पर मित्रो !! इससे दुनिया भर में ऐसी नई परिपाटी शुरू होगी जिससे भारत का मज़ाक बनेगा .... और बदनामी भी होगी - निंदा भी होगी - मान भी घटेगा - साख भी घटेगी - नुकसान भी होगा !!!!

पर कर भी क्या सकते हैं ? जब हमारे प्रधानमंत्री ही मोदी जैसे नायाब नगीने हों तो ये सब तो बर्दाश्त करना ही होगा ....
पर मित्रो !! कल्पना करियेगा की यदि मोदी असफल रहते हैं तो भविष्य में भारत की छवि की कैसी वाट लगेगी .... फिर जब कोई काबिल व्यक्ति भी विदेश में भारत की पैरवी करेगा तो विश्व यही सोचेगा - फेंक रहा है !!!!
इसलिए कोई उपाय तो करना होगा जिससे विदेश दौरों में मोदी जी की मुहँबंदी सुनिश्चित हो सके - पर लगता है ये तो असंभव ही है .... तो फिर शायद मोदी जी के विदेश जाने पर ही प्रतिबन्ध लगाना होगा !!!!

No comments:

Post a Comment