Thursday 16 April 2015

//// और मैं वाकई बैठे बैठे मोदी को कोस रहा हूँ ....////


पाकिस्तान में लखवी को क्यों छोड़ा ? बहुत बवाल और बहुत बयान .... भक्त टाइप देशभक्तों को तो जैसे उछलने कूदने का उचित मौका मिला हो - पाकिस्तान से जोड़ा मुस्लिमों को और शुरू हो गए साम्प्रदायिकता का कड़वा रायता फैलाने .... मार देंगे काट देंगे, होश में रहना, ईंट का जवाब पत्थर से देंगे, पाकिस्तान को हरकतों से बाज़ आना चाहिए .... आदि !!!!

मेरे एक मित्र हैं - मोदी भक्त !! मैंने उनसे बात बात में कह दिया कि भाई पाकिस्तानी अदालत ने रिहाई के आदेश दिए थे तो लखवी को छोड़ दिया - तो वो बिफर गए ....
बोले ऐसे कैसे छोड़ दिया ? मैंने फिर कहा अदालत ने फैसला दिया था .... पर वो अड़ गए कि अदालत के फैसले से क्या होता है ? .... तो मैंने कहा ठीक है आप बताओ क्या करना चाहिए ? .... वो बोले पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहिए .... मैंने कहा कौन सिखाएगा ? बोले हम .... हम से मतलब ? बोले हमारी सरकार .... मैंने पूछा मतलब मोदी ? .... झेंपते हुए बोले मोदी - हाँ मोदी !! .... देखो न फ्रांस अमेरिका सबसे उन्होंने पाकिस्तान को घुड़की दिलवा दी है - मोदी बहुत सही जा रहे हैं - आप तो बस देखते जाओ ....

मैंने कहा ठीक है भाई - पर यार जरा ये तो बताओ ये मसरत को क्यों छोड़ा ? .... तपाक से बोले गलत छोड़ा है .... मैंने पूछा किसने छोड़ा ? .... बोले ये मुफ़्ती सरकार ने छोड़ा है .... मैंने चुटकी ली - तो मोदी चुप क्यों ? .... बोले अब ये तो मुफ़्ती सरकार का फैसला है - इसमें मोदी क्या करेंगे ? .... मैंने फिर चुटकी ली - तो क्या मुफ़्ती सरकार मनमानी करती रहेगी और आप कुछ नहीं करेंगे ? .... बस फिर क्या था आ गए लपेटे में और बोले - नहीं मनमानी नहीं, अदालत ने उसकी रिहाई के आदेश दिए थे .... मैंने भी तपाक से पूछा - अदालत ने ? भारत की अदालत ने या पाकिस्तान की अदालत ने ? .... मित्र सकपका गए और चुप !!!! और मैंने दुखती रग पर हाथ रख दिया - पूछा - मोदी कुछ करेंगे ?

बस फिर क्या था - भड़क गए - अरे यार आप लखवी और मसरत के मामले मत मिलाओ .... क्यों ? .... ये दोनों मामले अलग हैं - एक पाकिस्तान का है एक अपने यहाँ का है .... मैंने पूछा अपने यहाँ का मतलब ? .... झल्ला कर बोले अरे यार छोडो ना - आप भी पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हो - आपको उनसे इतनी हमदर्दी है तो आप भी पाकिस्तान चले जाओ .... क्या हो गया भाई ? मैंने ऐसा क्या कह दिया ? .... बोले कह क्या दिया आप पाकिस्तान को सपोर्ट कर रहे हो - उसने लखवी को छोड़ दिया तो कुछ नहीं हमने मसरत को छोड़ दिया तो आसमान सिर पर उठा लेते हो !!!!

और ऐसा कह कर वो चलने की तैयारी करने लगे - तो मैंने पूछ लिया - ये श्रीनगर में तो मसरत ने पाकिस्तानी झंडा फहरा दिया - मोदी कुछ करेंगे ? .... पलट कर बोले - मोदी ही कुछ करेंगे .... भाई क्या करेंगे ? .... मित्र बोले इन सब ".........." को ठिकाने लगाएंगे - पर आप चिंता मत करो - आप से कुछ नहीं होगा - आप तो बैठे बैठे बस मोदी को कोसते रहो ....

और मैं वाकई बैठे बैठे मोदी को कोस रहा हूँ .... !!!! बेचारा भक्त - और बेचारे हम !!!!

No comments:

Post a Comment