Friday 3 April 2015

//// कांग्रेस प्रवक्ताओं को सलाह - जब भाजपा प्रवक्ता बदतमीज़ी पटकें - अबला जसोदाबेन को याद करें और बोलें - कि अब चुप - शटअप !!....////


कई दिनों से देख रहा हूँ कि भाजपा अपनी तमाम कमियों और मक्कारियों को छुपाने के लिए कांग्रेस पर एक ही वार बार-बार करती आई है - वो ये कि कांग्रेस तो हर मामले में गई बीती थी - इसलिए जनता ने हरा दिया - और इसलिए अब कांग्रेस को भाजपा से प्रश्न पूछने का अधिकार नहीं है ....

और भाजपा के सबसे प्रमुख प्रवक्ता संबित पात्रा की तो पूछो ही मत - जहाँ कोंग्रेसी प्रवक्ता ने कुछ बोलना शुरू किया - बस सांड जैसे भड़क कर अभद्रता से चिल्लाते हुए यही कहते पाए जाते हैं कि कांग्रेस को प्रश्न पूछने का अधिकार नहीं - और साथ-साथ ये ताना भी मारते रहे हैं कि - पहले राहुल गांधी को तो ढूंढें वो कहाँ है? - आदि !!!! 

और आज तो हद्द हो गई - भाजपा की बेंगलुरु में राष्ट्रीय कार्यकारिणीं में अध्यक्षीय भाषण देते हुए अमित शाह ने भी यह कह दिया कि कांग्रेस हममें कमियां नहीं ढूंढें - ढूंढना हो तो वो अपने नेता राहुल गांधी को ढूंढें .... यानि फिर वही तर्कहीन बात और घटिया कटाक्ष !!!! 

लोकतंत्र में ये तरीका बिल्कुल भी सही नहीं है .... कांग्रेस एक विपक्षी पार्टी है - उससे कालांतर में गलतियां हुई होंगी जिसके कारण वो आज हार कर सत्ता से बाहर है - पर इसका मतलब यह तो नहीं कि अब उसे भाजपा से प्रश्न पूछने का अधिकार नहीं है ?? बल्कि मैं तो सोचता हूँ कि कांग्रेस को जिन मुद्दों पर सत्ता से बाहर होना पड़ा है उन मुद्दों पर तो प्रश्न पूछने का और विशेष अधिकार है !!!!

और मेरी बात के पक्ष में एक और दलील देता हूँ .... 'आप' पार्टी को केवल इसलिए ही तो आड़े हाथों लिया जा रहा है कि वो कुछ अलग ही मूल्यों की राजनीती की बात करते हुए सत्ता में आई थी पर अब उसका आचरण भाजपा और कांग्रेस से भिन्न नहीं - इसलिए अब वो जवाब दे !!!! ....और 'आप' को कटघरे में खड़ा किया जा रहा है - और 'आप' जवाब दे रही है या जवाब ढूंढ रही है या परेशान हो रही है या अपनी नीति पर व्यवहारिकता के पहलू से पुनरावलोकन कर रही है - पर वो इस तरह बदतमीज़ी से भाजपा को ये तो नहीं कहती रहती है कि तुमको प्रश्न पूछने का अधिकार किसने दिया ??

यदि मेरी बात किसी के गले ना उतरी हो - विशेषकर भक्तों के - उनके लिए तो फिर मैं मजबूर हो एक चुभने वाली बात कहूँगा ....
अपनी पत्नी जसोदाबेन से उचित व्यवहार ना करने के उपरांत भी क्या मोदी को महिलाओं के कल्याण के बारे में कोई भी बात फेंकने का अधिकार है ??

मेरी कांग्रेस प्रवक्ताओं को सलाह है कि अब जब भी भाजपा के प्रवक्ता बदतमीज़ी पटकें - अबला जसोदाबेन को जरूर याद करें .... और उनका पक्ष रख ये बोलें - कि अब चुप - शटअप !!!!

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