अभी अभी राहुल गांधी का संसद में किसानों की समस्याओं विषयक भाषण सुना ....
भाषण पहले के मुकाबले बहुत अच्छा था .... और धाँसू भी .... और मुझे लगा कि राहुल सीख गए हैं कि कब कहाँ क्या बोलना है .... उन्होंने बहुत चतुराई से मोदी पर गज़ब निशाना साधा और बहुत ही गज़ब चुटकियाँ लीं .... और चुटकियाँ भी सार्थक और सटीक .... जैसे कॉर्पोरेट दोस्तों की बात - सूट वाली बात - अच्छे दिन वाली बात - ६०% मजदूर किसान वाली बात आदि - और चुटकियों के साथ साथ मोदी जी को कुछ सुझाव भी दे दिए - बिलकुल मोदी स्टाइल में !!!!
मित्रो !! इसलिए अब एक सुझाव मैं भी मोदी को देना चाहता हूँ ....
केजरीवाल विपश्यना पर गए - और आकर छा गए - प्रशांत भूषण और यादव जैसे दिग्गजों की चुटकी बजाते वाट लगा दी .....
राहुल बाबा ५६ दिन की विपश्यना से लौटे हैं .... और आते ही लगता है मोदी की वाट लगा दी ....
अतः मेरा सुझाव है कि मोदी भी अब 'विपश्यना' पर निकल लें तो बहुत बेहतर होगा !!!!
मुझे लगता है कि मोदी 'विपश्यना' से आने के बाद ही पाकिस्तान, बदजुबान साथियों, सांप्रदायिक साथियों एवं संघियों और धंधेबाज मतलबी उद्योगपतियों आदि की वाट लगा पाएंगे ....
अन्यथा तो अब लगता है खुद उनकी ही वाट लगती रहेगी - और साथ साथ भाजपा की भी ऐसी वाट लगेगी कि भारत कांग्रेस मुक्त ना हो भाजपा मुक्त हो जाएगा !!!!
अतः जनहित में मेरा सुझाव है कि विदेश यात्राएं तो बहुत हुईं - भाजपा को अब स्वहित में मोदी को 'विपश्यना' हेतु भेज देना चाहिए !!!!
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