Wednesday 15 April 2015

//// श्रीनगर में पाकिस्तानी झंडा - मोदी का खून ठंडा ....////


मोदी जी आप कनाडा में विचरण कर रहे हैं ....
वहां उद्योगपतियों से मिल रहे हैं और 'मेक इन इंडिया' आदि की बात कर रहे हैं ....
पर ये 'मेक इन इंडिया' क्या है क्यों है इससे क्या होगा हमारी समझ से बाहर है ....
आपका विकास हमें तो कहीं दिखा नहीं ....
बेरोजगारी भी कम होती दिखी नहीं ....
महंगाई भी कम होती दिखी नहीं ....
साम्प्रदायिकता के मोर्चे पर तो आप अभी तक शर्मनाक ही दिखे ....
और पाकिस्तान के मुद्दे पर कभी भीगी बिल्ली कभी फूले गुब्बारे ही साबित हुए ....
और अपने एक भी वादे को पूरा करते नहीं दिखे ....
अब कालेधन और अच्छे दिन की तो बात ही नहीं करते ....

पर हम चुप रहे .... आपको हनीमून पीरियड का लाभ देते रहे ....
और आप विरोधियों का मज़ाक उड़ाते रहे ....
नई नई बातें 'मेक इन इंडिया' 'जन-धन' 'स्वच्छता अभियान' की बातें कर सबको उलझाये रखा ....

पर मोदी जी आज तो हद्द हो गई .... आज तो वो हो गया जिससे आपका परम भक्त भी शर्मसार हो गया होगा ....

कृपया विदित हो कि आज श्रीनगर में एक जुलूस में मसरत आलम की उपस्थिति में भारत विरोधी नारे लगे और पाकिस्तानी झंडा लहराया गया है !!!!

और इस वक्त केंद्र और प्रदेश में आपकी ही सरकार है - और मसरत आलम को भी आपके कार्यकाल में ही छोड़ा गया है - और बावजूद कि आप लफ़्फ़ाज़ी के बादशाह हैं - आप अपनी जवाबदारी और जिम्मेदारी से अपना पिंड नहीं छुड़ा सकते ....  

और इसलिए मैं सोचता हूँ कि अब आप भी अपना जुलूस बढ़ा लें तो बेहतर ....

कृपया सूचित करें की अपना त्यागपत्र कनाडा से भेजेंगे या यहाँ आने की बाद देंगे या इस बार कनाडा से अपना बयान दे अपनी कथनी अनुसार यहाँ आते ही तुरंत कुछ ठोस कार्यवाही करेंगे ????

कुछ करेंगे तो ठीक - नहीं तो नारा लगेगा ....
!! श्रीनगर में पाकिस्तानी झंडा - पर मोदी का खून ठंडा !!

2 comments:

  1. कहाँ हैं, कहाँ हैं..
    कहाँ हैं वो "PK" पर उंगली उठाने वाले..
    कहाँ हैं वो मुस्लिम्स की नसबंदी कराने वाले..
    वो घर वापसी जैसे नारो को देने वाले..
    वो एक हिंदू के बदले 10 सर लाने वाले..
    वो छ्प्पन इंच की छाती, वो शेरो सी हुंकार..
    वो अच्छे दिन के सपने, वो विकास की झंकार..
    किसानो की मौत पर जो कर रहा है धन्दा..
    वो दुनिया का रिश्तेदार, कहाँ है वो बंदा..
    उठ गया है श्रीनगर मे पाकिस्तान का झंडा..
    फिर क्यूँ अब तक पड़ा है, नसीबवाले का खून ठंडा..

    ReplyDelete